- स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया
- रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए हेल्थ डैशबोर्ड और कंट्रोल रूम तैयार किया जाएग
नई दिल्ली । 1 मई, 25। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के कुशल नेतृत्व में दिल्ली सरकार प्रत्येक नागरिक को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण और डिजिटल रूप से आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसी क्रम में, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC), सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (CDAC) और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) तथा इससे जुड़ी डिजिटल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यान्वयन पर गहन चर्चा की गई।
HMIS के तहत दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में मरीज पंजीकरण, अपॉइंटमेंट, बिलिंग, लैब व रेडियोलॉजी जांच, ऑपरेशन थिएटर और वार्ड प्रबंधन जैसे विभिन्न मॉड्यूल लागू किए जाएंगे। यह संपूर्ण प्रणाली आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) से पूर्ण रूप से एकीकृत होगी, जिससे सहमति-आधारित और इंटरऑपरेबल डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड, ABHA (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) आईडी का एकीकरण और मरीजों के लिए उपयोगकर्ता-अनुकूल मोबाइल एप्लिकेशन जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जा सकेंगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा, “हम एक ऐसा डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं, जहां प्राइमरी हेल्थ सेंटर से लेकर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल तक का रियल-टाइम डेटा एक ही यूनिफाइड डैशबोर्ड पर देखा जा सकेगा। इससे बेड की उपलब्धता, दवाओं का स्टॉक, जांच और हेल्थ ट्रेंड्स जैसी जानकारियों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग संभव होगी।”
डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा, “दिल्ली का हेल्थकेयर सिस्टम भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट, कनेक्टेड और सुविधा-सम्पन्न बनाया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि सिस्टम में मौजूद खामियों को दूर किया जाए, डॉक्टरों को बेहतर संसाधन मिलें और मरीजों को बिना किसी परेशानी के समय पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।”
प्रस्तावित सेंट्रलाइज्ड हेल्थकेयर कंट्रोल रूम, दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और प्रबंधन का प्रमुख केंद्र होगा। यह कंट्रोल रूम न सिर्फ ज़रूरी तैयारियों की स्थिति पर नज़र रखेगा, बल्कि प्रभावी हेल्थ गवर्नेंस के लिए रियल-टाइम डेटा और अहम इनसाइट्स भी उपलब्ध कराएगा। इसमें एक एडवांस डैशबोर्ड होगा जो बेड की उपलब्धता, संसाधनों का उपयोग और कराए गए डायग्नोस्टिक, टेस्ट्स जैसी जानकारी रियल-टाइम एनालिटिक्स के साथ दिखाएगा।
HMIS के लागू होने से दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल बदलाव की नई शुरुआत होगी। इसका मकसद है—इलाज की प्रक्रिया को तेज़, पारदर्शी और मरीजों के लिए सुविधाजनक बनाना। इसके तहत मरीज मोबाइल ऐप या व्हाट्सऐप के ज़रिए प्रिस्क्रिप्शन, डिस्चार्ज समरी और जांच रिपोर्ट्स जैसी ज़रूरी जानकारी सीधे प्राप्त कर सकेंगे। रियल टाइम SMS और ऐप नोटिफिकेशन से मरीजों को किसी भी मेडिकल अपडेट की तुरंत जानकारी मिलेगी। ABHA ID के ज़रिए डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स को सुरक्षित रखा किया जा सकेगा, जिससे इलाज की निरंतरता बनी रहेगी। सिस्टम में वॉइस-टू-टेक्स्ट जैसी तकनीक शामिल होगी, जिससे डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन को तेज़ी और सटीकता से तैयार कर सकेंगे। साथ ही, एडवांस एनालिटिक्स की मदद से दवाओं के उपयोग, डॉक्टरों की परफॉर्मेंस और जांच की संख्या और सम्बंधित जानकारियों की बेहतर निगरानी की जा सकेगी।
“आज स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का भी निरीक्षण किया, जहां अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं, सुविधाओं और व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की गई। मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस अवसर पर मंत्री जी ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता है कि हर मरीज को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं मिले। इस दिशा में निरंतर प्रयास जारी रहेंग। मैं दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं इस अस्पताल की गरिमा को फिर से बहाल करने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा।”
दिल्ली सरकार हर नागरिक को सम्मानजनक, गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इलाज से जुड़ी सभी सुविधाओं को अधिक प्रभावी, तेज़ और टेक्नोलॉजी-आधारित बनाया जा रहा है, ताकि ज़रूरत के समय सभी लोगों को सही उपचार मिल सके। दिल्ली का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर लगातार आधुनिक और मजबूत किया जा रहा है, ताकि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए ऐसी व्यवस्था तैयार हो सके जिसमें मरीजों को समय पर, बेहतर और बिना किसी परेशानी के इलाज मिल सके। दिल्ली सरकार का उद्देश्य है कि दिल्ली एक ऐसा मॉडल बने, जहां हर व्यक्ति को तकनीक और सुविधाओं से जुड़ी एक भरोसेमंद, सुलभ और असरदार इलाज व्यवस्था मिले।