गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, परंपराएं और नेतृत्व देश के लिए गौरव का विषय – रेखा गुप्ता

Date:

• महाराष्ट्र और गुजरात ने राजनीति, अर्थव्यवस्था और संस्कृति में दिया ऐतिहासिक योगदान – कपिल मिश्रा

  • दिल्ली सरकार ने किया महाराष्ट्र एवं गुजरात दिवस समारोह का भव्य आयोजन

नई दिल्ली,। 01 मई 25। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवसों को उत्साहपूर्वक और गरिमापूर्ण ढंग से मनाने के निर्णय को आगे बढ़ाने के क्रम में आज दिल्ली सचिवालय में महाराष्ट्र एवं गुजरात दिवस के अवसर पर कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग द्वारा एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य महाराष्ट्र और गुजरात की गौरवशाली सांस्कृतिक धरोहर, जीवंत परंपराएं एवं ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करना था। साहित्य कला परिषद से जुड़े लगभग 40 कलाकारों ने लोकनृत्य, संगीत, नाटक और पारंपरिक कलाओं की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इन कार्यक्रमों ने दोनों राज्यों की विविध सांस्कृतिक छवियों को जीवंत कर दिया।
महाराष्ट्र के पारंपरिक लोकनृत्य जैसे लावणी, हुडो और लेज़िम तथा गुजरात के गरबा और डांडिया रास की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पारंपरिक वेशभूषा में सजे महिला एवं पुरुष कलाकारों ने जब नृत्य प्रस्तुत किए, तो सचिवालय परिसर में उत्साह और उमंग का अनूठा दृश्य देखने को मिला। कार्यक्रम में सचिवालय के कर्मचारी भी सहभागिता करते नजर आए।
इस अवसर पर दोनों राज्यों की कलात्मक परंपराओं, कारीगरी और सांस्कृतिक प्रतीकों को प्रदर्शित करने के लिए विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसने दर्शकों को इन राज्यों की कलात्मक प्रतिभा और सांस्कृतिक समृद्धि से रूबरू कराया।
इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “दिल्ली में महाराष्ट्र और गुजरात के लाखों नागरिक निवास करते हैं, जो अपनी मेहनत, समर्पण और कर्मठता से न केवल अपने राज्यों बल्कि पूरे देश की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। इन राज्यों के नागरिकों ने भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “महाराष्ट्र और गुजरात न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी भारत के प्रमुख राज्य हैं। इन राज्यों की समृद्ध विरासत, प्रेरणादायक परंपराएं और ऐतिहासिक योगदान देश के लिए गर्व की बात है। मैं इस शुभ अवसर पर दोनों राज्यों के नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

आईपी यूनिवर्सिटी में खुलेगा भारतीय ज्ञान प्रणाली का केंद्र

नई दिल्ली,। 15 जून 25 । आईपी यूनिवर्सिटी अपने...