इस्लामाबाद , 1 मई: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की। उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा की और कहा- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ है।
मार्को रूबियो ने दोनों देशों से तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति स्थापित को लेकर मिलकर काम करने की अपील की। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, शहबाज शरीफ ने मार्को रुबियो से बातचीत के दौरान भारत पर उग्र और भड़काऊ व्यवहार का आरोप लगाया।
शरीफ ने अमेरिका से अपील की कि वह भारत पर जिम्मेदारी से पेश आने और बयानबाजी कम करने का दबाव बनाए। साथ ही कहा- भारत के उकसाने वाले रवैये के चलते पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ चल रही कार्रवाई प्रभावित हो सकती है। क्षेत्रीय हालात बिगड़ सकते हैं।
रूबियो बोले- भारत जवाबी कार्रवाई की मांग करने में सावधानी बरते
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि मार्को रूबियो ने जयशंकर से फोनकॉल पर एकजुटता व्यक्त की और पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के लिए शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ है। हालांकि, उन्होंने यह भी सलाह दी कि भारत जो इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताने और जवाबी कार्रवाई की मांग करने में सावधानी बरते।
वहीं, टैमी ब्रूस ने बताया प्रधानमंत्री शरीफ से फोन पर बातचीत के दौरान रूबियो ने पाकिस्तान से 22 अप्रैल को कश्मीर में हुए हमले की निंदा करने और जांच में सहयोग करने को कहा। अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी अधिकारियों से इस अमानवीय हमले की जांच में पूरी तरह सहयोग करने का अनुरोध किया।
इससे पहले मंगलवार-बुधवार देर रात पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार ने दावा किया था कि भारत उसके खिलाफ अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
तरार ने कहा कि उन्हें विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली है कि भारत पहलगाम घटना के बहाने ऐसा कर सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और इस संकट के दर्द को सही मायने में समझता है। हमने दुनिया में हमेशा इसकी निंदा की है।
आगे यह भी बताया कि अगर भारत कोई सैन्य हमला करता है, तो पाकिस्तान उसका निश्चित और कड़ा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि हम हर कीमत पर पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेंगे।