- पद्मश्री कलाकारों ने ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित चित्र बनाए; नवयुग स्कूल सरोजिनी नगर में बनेगा आर्ट गैलरी
- कार्यशाला के समापन के बाद उच्च स्तर पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा
नई दिल्ली,। 20 मई 25 । विकसित भारत @2047 — एक आत्मनिर्भर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत के निर्माण की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने सरोजिनी नगर स्थित नवयुग स्कूल में चल रही विकसित भारत समर आर्ट वर्कशॉप के चौथे दिन का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य कलाकारों और छात्रों को प्रोत्साहित करना था जो इस अनूठी पहल में भाग ले रहे हैं।
चहल ने कहा, “यह कार्यशाला रंगों, रचनात्मकता और संस्कृति को जीवंत कर रही है। आज मैंने छात्रों और कलाकारों को प्रेरित किया कि वे अपने रचनात्मक प्रयासों के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में योगदान दें।”
अपने दौरे के दौरान, चहल ने पद्मश्री सम्मानित कलाकारों तथा वरिष्ठ कलाकारों से मुलाकात की। उन्होंने कलाकारों के योगदान की सराहना की और उनके द्वारा बनाए जा रहे चित्रों के पीछे की कलात्मक सोच पर चर्चा की।
कुलजीत चहल ने बताया कि कार्यशाला के समापन के बाद इन बहुमूल्य कलाकृतियों को नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर परिसर में बनने वाली नई आर्ट गैलरी में प्रदर्शित किया जाएगा। यह पहल न केवल कलाकारों को सम्मान देने का कार्य करेगी, बल्कि छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनेगी।
उन्होंने आगे कहा, “हमने देशभर से प्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित किया है ताकि एनडीएमसी के स्कूलों के छात्र विभिन्न राज्यों की समृद्ध कला और परंपराओं से परिचित हो सकें। यह अनुभव उनके ज्ञान को व्यापक बनाएगा और उन्हें भारत की सांस्कृतिक धरोहर के प्रति और अधिक सराहना विकसित करने में मदद करेगा — जो कि विकसित भारत के सपने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
चहल ने यह भी बताया कि कई चित्र ऑपरेशन सिंदूर थीम पर पद्मश्री कलाकारों द्वारा बनाए गए हैं। उन्होंने कहा, “आज का भारत केवल एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर नहीं है, बल्कि एक निडर और सशक्त राष्ट्र भी बन रहा है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता इसका गौरवपूर्ण प्रतीक है। यह उन लोगों के लिए कड़ा संदेश है जो भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की हिम्मत करते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यशाला में छात्रों के लिए भी ऑपरेशन सिंदूर एक प्रमुख विषय है ।
इस एनडीएमसी द्वारा आयोजित समर आर्ट वर्कशॉप में भाग लेने वाले प्रमुख कलाकारों में शामिल हैं:
* पद्मश्री सम्मानित कलाकार: भज्जू श्याम (मध्य प्रदेश), अद्वैत गडनायक (ओडिशा), बिमन बी दास (नई दिल्ली), जय प्रकाश (राजस्थान)
* वरिष्ठ कलाकार: सुरेंद्र जगताप, अनिल नाइक (महाराष्ट्र), वीरेन तंवर, प्रणाम सिंह (उत्तर प्रदेश), दत्तात्रेय आप्टे, नरेंद्र पाल सिंह, कंचन चंदर (नई दिल्ली), कल्याण जोशी, जगन्नाथ पांडा (हरियाणा), और मनीष गोंड (हिमाचल प्रदेश)
यह कार्यशाला भारत की सांस्कृतिक विविधता, कलात्मक उत्कृष्टता और “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना का उत्सव है।
कार्यशाला के समापन के उपरांत, एनडीएमसी द्वारा इन उत्कृष्ट कलाकृतियों की एक उच्चस्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में पद्मश्री सम्मानित कलाकारों एवं वरिष्ठ चित्रकारों द्वारा निर्मित चित्रों को प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इन कलात्मक रचनाओं का अवलोकन कर सकें और विकसित भारत @2047 की परिकल्पना से प्रेरित इस सांस्कृतिक प्रयास से जुड़ सकें। यह प्रदर्शनी न केवल कला प्रेमियों के लिए एक आकर्षण होगी, बल्कि छात्रों व नागरिकों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत सिद्ध होगी।
अंत में, चहल ने जानकारी दी कि यह कार्यशाला 25 मई 2025 तक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलेगी। उन्होंने नागरिकों, छात्रों और कला प्रेमियों से अनुरोध किया कि वे इस आयोजन में अवश्य पधारें और पद्मश्री एवं वरिष्ठ कलाकारों की कला से सीख प्राप्त करें।