यूक्रेन, 12 मई – यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पुतिन के सीधी बातचीत के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने रूसी राष्ट्रपति को व्यक्तिगत रूप से मिलने की चुनौती दी है।
जेलेंस्की ने कहा, “मैं गुरुवार को तुर्किये में पुतिन का व्यक्तिगत रूप से इंतजार करूंगा।” दरअसल, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 11 मई को यूक्रेन के साथ सीधी बातचीत का प्रस्ताव रखा था। पुतिन ने कहा था कि वे 15 मई (गुरुवार) को इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ बात कर सकते हैं।
इसके साथ ही जेलेंस्की ने 12 मई से बिना शर्त 30 दिन के सीजफायर की मांग पर कहा कि उन्हें अभी भी सीजफायर पर पुतिन की सहमति की उम्मीद है। हालांकि, पुतिन ने इस अल्टीमेटम को अस्वीकार कर दिया था।
जेलेंस्की का ये फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रस्ताव को स्वीकार करने के जोर देने के बाद आया है।
2019 के बाद पहली बार सीधी बातचीत करेंगे रुस-यूक्रेन के राष्ट्रपति
पुतिन और जेलेंस्की 2019 में केवल एक बार मिले हैं। युद्ध की शुरुआत में दोनों नेताओं के बीच बातचीत की कोशिश हुई थी मगर ये नाकामयाब रही थी। सितंबर 2022 में यूक्रेन के चार क्षेत्रों को जोड़ने के बाद, जेलेंस्की ने घोषणा की थी कि पुतिन के साथ बातचीत करना बहुत मुश्किल हो गया है।
यूक्रेन-रूस ने एक दूसरे पर तीन दिवसीय सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया
29 अप्रैल को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के साथ 3 दिन के एक तरफा सीजफायर का ऐलान किया था। यह सीजफायर 8 मई से लागू हुआ था। इसकी शुरुआत 7-8 मई की रात से हुई और 10-11 मई को आधी रात यह सीजफायर खत्म हो गया।
वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन पर युद्ध विराम का 14,000 से अधिक बार उल्लंघन करने का आरोप लगाया। यूक्रेन ने भी रूस पर स्वयं के युद्ध विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
यूक्रेन ने इसे एक तमाशा बताया है। यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि रूस ने 11 मई की रात को 108 ड्रोन और सिम्युलेटर ड्रोन लॉन्च किए। जिसमें से 60 ड्रोन को यूक्रेन ने मार गिराया।
यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को सैन्य समर्थन देने की बात कही
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने 10 मई को कीव में ज़ेलेंस्की से मुलाकात की थी।
साथ ही सोमवार से युद्ध विराम के लिए आह्वान किया था। इस योजना को यूरोपीय संघ और ट्रम्प दोनों से समर्थन मिला है।
यूक्रेन, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड के नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति को धमकी दी थी कि अगर वे सीजफायर पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं तो बाकी देश यूक्रेन को सैन्य समर्थन देंगे।
ट्रम्प बोले- ये दोनों देशों के लिए महान दिन
यूक्रेन के साथ रूस की बातचीत की पेशकश को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे दोनों देशों के लिए महान दिन बताया था। ट्रम्प ने कहा- इससे लाखों लोगों की जिंदगी बचेगी।
उन्होंने दोनों देशों के साथ काम जारी रखने की भी बात कही। उन्होंने कहा अमेरिका जंग के बजाय पुनर्निर्माण और बाजार पर फोकस करेगा।