ईरान । 18 जून 2025 । ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने बुधवार को नागरिकों को अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका सुन ले, हम सरेंडर नहीं करेंगे। खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर इजराइल के खिलाफ जंग में अमेरिकी सेना ने दखल दिया, तो अंजाम बुरा होगा।’
इससे पहले खामेनेई ने मंगलवार देर रात इजराइल के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। उन्होंने X पर लिखा- जंग शुरू होती है। हम आतंकी इजराइल को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे। इस ऐलान के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं।
ईरानी सरकार ने देश के लोगों से अपने स्मार्टफोन से वॉट्सऐप हटाने का आदेश दिया है। सरकार का आरोप है कि मैसेजिंग ऐप के जरिए इजराइल को ईरानी लोगों की जानकारी भेजी जा रही है। हालांकि, वॉट्सऐप ने एक बयान में इन दावों को खारिज कर दिया है।
ईरान में मौत का आंकड़ा 600 के करीब पहुंचा ईरान और इजराइल के बीच 13 जून से संघर्ष जारी है। वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने दावा किया है कि ईरान में मौत का आंकड़ा अब 585 हो चुका है। जबकि 1,326 लोग घायल हुए हैं। ईरान की सरकार ने अब तक मौतों की पूरी जानकारी साझा नहीं की है।
आखिरी बार ईरान ने सोमवार को हताहतों की जानकारी शेयर की थी। सरकार के मुताबिक इस लड़ाई 224 ईरानी मारे गए हैं, जबकि 1,277 घायल हुए हैं।
ईरानी सेना ने बुधवार को बताया कि उसने आज सुबह इजराइल पर फतह मिसाइल से हमला किया गया है। यह पहली बार है जब इस जंग में फतह-1 का इस्तेमाल किया गया है। फतह मिसाइल ‘हाइपरसोनिक’ है, यानी यह आवाज की गति से पांच गुना तेज उड़ती है।
IRGC ने कहा कि फतह मिसाइलों ने इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम को भेद दिया और बार-बार उनके सुरक्षित ठिकानों को निशाना बनाया। हालांकि इससे इजराइल को कितना नुकसान पहुंचा है, इसकी कोई सूचना नहीं है।