रबिन्द्र नाथ टैगोर के पैतृक घर पर तोड़ फोड़ बंग्ला और हिंदू संस्कृति पर हमला है – वीरेन्द्र सचदेवा

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  • रवींद्र नाथ टैगोर पैतृक आवास पर सुनियोजित हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा – मनोज तिवारी
  • बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने इस पूरे मामले में अभी तक कोई कार्रवाई ना करना भी वर्तमान सरकार पर सवाल खड़े करता है – रामवीर सिंह बिधूड़ी
  • दिल्ली में आज इस प्रदर्शन की यह तस्वीर बांग्लादेश के हिंदुओं को एक ताकत देगी – योगेन्द्र चंदोलिया

नई दिल्ली 16 जून 25 । दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व में आज पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने बंग्लादेश में भारत रत्न नोबल पुरस्कार सम्मानित श्रद्धेय रबिंद्र नाथ टैगोर के पैतृक निवास जिसको संग्रहालय का रूप दिया गया है पर सुनियोजित हमला कर तोड़फोड़ किये जाने के विरोध में नई दिल्ली स्थित बंग्लादेश उच्चायोग पर विशाल रोष प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन को वीरेन्द्र सचदेवा के साथ सांसद मनोज तिवारी, रामवीर सिंह बिधूड़ी एवं योगेन्द्र चांदोलिया ने सम्बोधित किया।

प्रदर्शनकारी तीन मूर्ति चौक स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय पर एकत्र हुए और दो पुलिस बैरिकेड्स तोड़ते हुए बंग्लादेश उच्चायोग की ओर बढ़े जहां से एक बड़े पुलिस दल ने उन्हे बलपूर्वक रोका और चाणक्य पुरी थाने ले गई। करीब आधे घंटे बाद सभी को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।

हाथ में श्रद्धेय रबिंद्र नाथ टैगोर के चित्र एवं नारे लिखी तखतियां पकड़े प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे भारत रत्न रबिंद्र नाथ टैगोर का अपमान नही सहेगा हिन्दुस्तान।

अनेक विधायकों एवं निगम पार्षदों के साथ प्रदेश पदाधिकारी विधायक राजकुमार भाटिया एवं गजेन्द्र यादव, योगिता सिंह, प्रवीण शंकर कपूर, विनय रावत, सतीश गर्ग, लता गुप्ता, विनोद बछेती, नरेश एरन, बृजेश राय, विक्रम मित्तल, शुभेनदू अवस्थी, यासिर जिलानी, अमित गुप्ता, ऋचा पांडेय, सी.एल. मीणा, सागर त्यागी के साथ जिलाध्यक्ष अरविंद गर्ग, दीपक गाबा, विजेन्द्र धामा, मास्टर विनोद कुमार, चंद्रपाल बख्शी, अजय खटाना, यू के चौधरी, विरेन्द्र बब्बर, रविन्द्र चौधरी, विनोद सहरावत, रामचन्द्र चावरिया, राज शर्मा गौतम, रविन्द्र सोलंकी और माया विष्ट आदि सम्मलित हुए।

दिल्ली भाजपा के बंगाल प्रकोष्ठ संयोजक तपस रॉय के साथ अनेक बंगाल से आकर दिल्ली में बसे नागरिक भी प्रदर्शन में सम्मिलित हुए। प्रसिद्ध गायिका सपना चौधरी भी आज के प्रदर्शन में सम्मिलित हुईं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि रविन्द्र नाथ टैगोर वह महान पुरुष हैं जिनकी लिखी गई दो दो राष्ट्र गान एक भारत में तो दूसरा बांग्लादेश में बजता है, लेकिन उनके पैतृक घर पर सुनियोजित तरीके से तोड़फोड़ करना सिर्फ एक हमला नहीं बल्कि यह बंग्ला संस्कृति पर हमला है। यह हिंदू संस्कृति पर हमला है। 1971 में बंग्लादेश बना लेकिन आज हम सब देख रहे हैं कि बंग्लादेश किन हाथों में खेल रहा है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि बांग्ला संस्कृति गाना, मीठी बातें, कला और कल्चर की बातें करती है लेकिन उसे अगर कोई अपमानित करने की कोशिश करेगा तो हिंदुस्तान का हर व्यक्ति आवाज उठाएगा। उस अन्याय के खिलाफ आज हम सब इकट्ठा होकर एक संदेश देंगे कि बांग्ला संस्कृति के साथ खिलवाड़ हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। भारत अगर किसी देश की सहायता करता है तो उस देश में हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय पर चुप नहीं बैठने वाला है।

बांग्लादेश का राष्ट्रीय गाना आमार बांग्ला सोनार जिसका मतलब है कि मेरा सोने का बंगाल लेकिन आज उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या आज बांग्लादेश सोना रह गया है क्या ?

सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बांग्लादेश में जिस प्रकार से हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है और खासकर हिंदुओं के धरोहर रवींद्र नाथ टैगोर के घर को गिराने की इरादतन कोशिश की गई है वह क्षमा योग्य नहीं है और आज जो तस्वीर यहाँ सामने दिख रही है उससे बांग्लादेश में बैठे हिंदुओं का भी गर्व से सीना चौड़ा हो गया होगा। उन्होंने कहा कि रवींद्र नाथ टैगोर जी के दिखाए रास्ते पर बच्चा बच्चा चलता है और उनकी एक एक बात बांग्ला और बंगाल का आभूषण समझकर चलते हैं लेकिन आज उन्हीं रवींद्र नाथ टैगोर के घर को बांग्लादेश सरकार के समर्थन से गिराकर यह जो मैसेज देने की कोशिश की गई है वह क्षमा योग्य नहीं है।


रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि रबिंद्र नाथ टैगोर ऐसे व्यक्ति थे, जो किसी भी तरह की सीमाओं से बंधे हुए नहीं थे। हम बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की निंदा करते हैं। इस पूरे मामले में अभी तक कोई कार्रवाई ना होना भी वर्तमान सरकार पर सवाल खड़े करता है।

योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि दिल्ली में यह तस्वीर बांग्लादेश के हिंदुओं को एक ताकत देगी। बांग्लादेश में रविन्द्र नाथ टैगोर जी के पैतृक निवास पर जो हुआ वह सिर्फ एक हमला नहीं बल्कि यह हमला बताता है कि आज हिंदुओ की वहां क्या स्थिति है। इससे पहले की भी हुई घटनाओं ने साफ कर दिया है कि आज बांग्लादेश किन हाथों में है।

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