- कहा सभी संतों की जयंतियों का होगा भव्य आयोजन
नई दिल्ली । 11 जून 2025। कबीर की वाणी सामाजिक समरसता और अंत्योदय की प्रेरणा देती है। अंत्योदय की मूल भावना ही केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार की कार्यशैली है, यह बात समाज कल्याण, एससी/एसटी कल्याण, चुनाव और सहकारिता मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने कबीर जयंती समारोह के अवसर पर कहीं। श्री रविन्द्र इन्द्राज बुधवार को दिल्ली सचिवालय में इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली सरकार के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अधिकारी, कर्मचारी और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।
रविन्द्र इंद्राज ने संत कबीर के जीवन और विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के नेतृत्व में की यह प्राथमिकता है कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचे, विशेषकर वे योजनाएं जो अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए चलाई जा रही हैं।
रविन्द्र इंद्राज ने कहा कि संत कबीर एक ऐसे युगद्रष्टा थे, जिन्होंने जात-पात, धर्म और ऊँच-नीच के भेद को नकारते हुए सामाजिक समरसता और भाईचारे का संदेश दिया। संत कबीर जैसे संतों ने हमें यह सिखाया कि मनुष्य का मूल्य उसकी सोच और कर्म में है, न कि उसकी जाति, धर्म या वर्ग में।
एससी/एसटी कल्याण मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार सामाजिक समरसता और संत परंपरा की चेतना को बनाए रखने हेतु निरंतर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी
आयोजन में भजन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिसमें संत कबीर की शिक्षाओं को संगीत और काव्य के माध्यम से जनमानस तक पहुँचाया गया।
कार्यक्रम में एससी/एसटी कल्याण विभाग के सचिव ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि कबीर दास जी की जयंती पर ऐसा आयोजन पहली बार दिल्ली सचिवालय में किया गया है।