नई दिल्ली । 9 जून , 2025 । दिल्ली जल बोर्ड की परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और किसी भी तरह की देरी को रोकने के उद्देश्य से जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने एक अत्यंत महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत अब एक समर्पित सॉफ्टवेयर मॉड्यूल विकसित किया जाएगा, जिसकी मदद से सभी प्रोजेक्ट्स की रोज़ाना निगरानी (रीयल-टाइम मॉनिटरिंग) संभव हो सकेगी।
इस आधुनिक तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से हर परियोजना के कार्य की स्थिति, प्रगति, ज़िम्मेदार अधिकारी और समयसीमा को रोज़ ट्रैक किया जा सकेगा। सिस्टम यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी स्तर पर देरी न हो और यदि कहीं रुकावट आती है, तो उसकी जिम्मेदारी तुरंत तय की जा सके।
जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली की जनता को समय पर सुविधाएं मिलनी चाहिए। प्रोजेक्ट्स में देरी जनता के विश्वास को कमजोर करती है। इसलिए हमने यह तय किया है कि तकनीक का उपयोग करके हर योजना की रोज़ निगरानी हो, जवाबदेही तय हो और समय से पहले काम पूरा हो। हमारा लक्ष्य है – पारदर्शिता, जवाबदेही और परिणाम।
यह सॉफ्टवेयर एक संरचित वर्कफ्लो पर आधारित होगा, जिसमें हर परियोजना के लिए स्पष्ट चरण, समयसीमा और ज़िम्मेदार अधिकारी निर्धारित किए जाएंगे। इससे संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय बन सकेगा और निर्णय प्रक्रिया तेज़ होगी। सभी कार्यों की डिजिटल एंट्री और अपडेट एक केंद्रीकृत पोर्टल पर दर्ज होंगी, जिससे अधिकारी किसी भी समय योजना की प्रगति देख सकेंगे।
यह मॉड्यूल केवल निगरानी का माध्यम नहीं होगा, बल्कि यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनेगा जिससे विभाग में पारदर्शिता आएगी, फ़ालतू कागज़ी कार्यवाही में लगने वाला समय घटेगा और डेटा आधारित निर्णय लेने में सहायता मिलेगी। इससे अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होगी और जनता को बेहतर परिणाम मिलेंगे।
इस सॉफ्टवेयर के लागू होने से न केवल विभागीय कार्यप्रणाली में तेजी आएगी, बल्कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर परियोजना तय समयसीमा के भीतर पूरी हो और किसी भी प्रकार की अनावश्यक देरी से बचा जा सके।
जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह द्वारा लिया गया यह फैसला न केवल एक तकनीकी पहल है, बल्कि यह एक नई कार्य संस्कृति की शुरुआत है — जिसमें हर दिन का हिसाब होगा, हर ज़िम्मेदारी तय होगी और हर योजना समय पर ज़मीन पर उतरेगी।