पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने को पीएम मोदी को इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का सस्ता वर्जन बताया है।
भारत ने बिलावल के बयान की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान नए निचले स्तर पर पहुंच चुका है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भुट्टो को अपनी हताशा का गुस्सा पाकिस्तान में आतंकवाद के सरगनाओं पर निकालना चाहिए, जो आतंकवाद को देश की नीति का हिस्सा बनाए हुए हैं।
वहीं, शशि थरूर के नेतृत्व वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि एक युवा पाकिस्तानी नेता अमेरिका में उन लोगों का बचाव कर रहा है जो उसकी मां की हत्या के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
भुट्टो ने कहा- हम सिंधु घाटी सभ्यता के उत्तराधिकारी
भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान अपनी महान सभ्यता विरासत पर गर्व करता है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता ने टिप्पणी की, “हम सिंधु घाटी सभ्यता के उत्तराधिकारी हैं। मोहनजोदड़ो मेरे निर्वाचन क्षेत्र से बस कुछ ही दूरी पर है।”
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने मोदी पर निशाना साधा हो। 2022 में संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए तत्कालीन पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा था कि ‘वह RSS, BJP या पीएम मोदी से नहीं डरते।’
बिलावल के झूठ को पत्रकार ने पकड़ा, कहा- भारत के ब्रीफिंग में मुस्लिम शामिल
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र (UN) मुख्यालय में 3 जून की देर रात बिलावल ने आरोप लगाया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले को भारत सरकार राजनीतिक मकसद से इस्तेमाल कर रही है ताकि भारत के मुसलमानों को बदनाम किया जा सके।
पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी के इस झूठ को एक पत्रकार ने मौके पर ही पकड़ लिया था। पत्रकार ने कहा कि, आप कह रहे हैं कि हालिया आतंकी हमले का इस्तेमाल भारत में मुस्लिमों को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, लेकिन मैंने खुद भारतीय सेना की ब्रीफिंग देखी हैं, और उसमें मुस्लिम अधिकारी ही शामिल थे।
दरअसल, भारत की तरफ से दो महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी प्रेस ब्रीफिंग कर रही थीं।