- दिल्ली सरकार ने तेलंगाना स्थापना दिवस को सांस्कृतिक समारोह के साथ मनाया
- दिल्ली सचिवालय में तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सम्मान
नई दिल्ली,। 2 जून 2025 । दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के दूरदर्शी नेतृत्व में पहली बार तेलंगाना स्थापना दिवस को सांस्कृतिक समारोह के साथ दिल्ली सचिवालय में मनाया। कला, संस्कृति और भाषा विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने भारत के सबसे युवा राज्य, तेलंगाना, जो 2 जून 2014 को अस्तित्व में आया, के संघर्ष और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सम्मानित किया।
इस आयोजन में सहित्य कला परिषद के लगभग 10 कलाकारों ने तेलंगाना की परंपराओं को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम में लंबाड़ी आदि लोकप्रिय लोक नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसने उपस्थित लोगों को राज्य की ऐतिहासिक और कलात्मक विरासत से जोड़ा।
यह समारोह दिल्ली और तेलंगाना के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग को मजबूत करने का प्रतीक बना। दिल्ली में बड़ी संख्या में तेलंगाना के नागरिक रहते हैं, जो अपने परिश्रम, समर्पण और लगन से न केवल अपने राज्य बल्कि पूरे राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह आयोजन भारत की विविध सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कला, संस्कृति और भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने तेलंगाना स्थापना दिवस के अवसर पर प्रेरक संदेश देते हुए कहा, “तेलंगाना न केवल सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि आर्थिक प्रगति में भी अग्रणी है। आज हम एक राज्य का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और दृढ़ता के उस भाव का उत्सव मना रहे हैं जो हमें परिभाषित करता है। दिल्ली में रहने वाले तेलंगाना के लोग अपने कठिन परिश्रम और समर्पण से दोनों राज्यों और देश की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। दिल्ली-तेलंगाना का यह साझा बंधन भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक ताने-बाने को और मजबूत करेगा।”
दिल्ली सरकार की विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस को उत्साह के साथ मनाने की पहल सांस्कृतिक एकता और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। तेलंगाना स्थापना दिवस का यह उत्सव भविष्य के आयोजनों के लिए एक मिसाल स्थापित करता है, जो भारत के विविध राज्यों के बीच आपसी सम्मान और मजबूत संबंधों को बढ़ावा देगा।