- विकसित भारत @2047” की ओर बढ़ते कदम – NDMC बनाएगी ऐतिहासिक घंटा-घर
नई दिल्ली,। 01 जून 2025। नई दिल्ली क्षेत्र की दृश्य पहचान और स्थापत्य सौंदर्य को बढ़ाने के उद्देश्य से, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) तालकटोरा राउंडअबाउट पर एक भव्य घंटा-घर (Clock Tower) का निर्माण करेगी। यह जानकारी नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष श्री कुलजीत सिंह चहल ने दी।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना को दिल्ली शहरी कला आयोग (DUAC) से स्वीकृति मिल चुकी है और इसका उद्देश्य लुटियन्स दिल्ली में एक विशिष्ट पहचान स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश नगर निगमों के पास अपने प्रतीकात्मक घंटा-घर होते हैं, और अब एनडीएमसी भी ऐसा ही एक भव्य स्थापत्य चिह्न विकसित करने जा रही है।
कुलजीत चहल ने बताया कि यह घंटा-घर लगभग 27 मीटर ऊंचा होगा और इसमें 2 मीटर व्यास की घड़ी लगी होगी। यह संरचना अष्टकोणीय डिज़ाइन में होगी, जिसे RCC (रिइनफोर्स्ड सीमेंट कंक्रीट) से निर्मित किया जाएगा तथा मिट्टी की ईंटों की परत से सजाया जाएगा। इसके चारों ओर ग्रेनाइट, स्टील रेलिंग और संगमरमर की सजावट की जाएगी। परियोजना की अनुमानित लागत ₹1.3 करोड़ है और निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
चहल ने कहा, “घंटा-घर न केवल समय बताने वाले उपकरण होते हैं, बल्कि एक शहर की पहचान, विरासत और स्थापत्य महत्व के प्रतीक भी होते हैं। ऐतिहासिक रूप से ये सार्वजनिक समय जानकारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं।” यह घंटा-घर न केवल लुटियन्स दिल्ली के लिए एक नया आकर्षण होगा, बल्कि यह राजेन्द्र नगर और करोल बाग जैसे MCD क्षेत्रों से NDMC क्षेत्र में प्रवेश बिंदु को भी चिन्हित करेगा।
घंटा-घर में आंतरिक सीढ़ियां होंगी जिससे रखरखाव और मरम्मत के कार्य आसानी से किए जा सकेंगे। सुरक्षा के लिए इसके चारों ओर रेलिंग लगाई जाएगी और आधार क्षेत्र को संगमरमर से सजाया जाएगा।
उन्होने कहा कि यह परियोजना माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के “विकसित भारत @2047” के विज़न तथा भारत के नगरों के सौंदर्यीकरण और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण की प्रेरणा से संचालित है। यह भव्य स्थापत्य NDMC क्षेत्र में नागरिकों को न केवल समय की जानकारी देगा, बल्कि राष्ट्रीय गौरव, सांस्कृतिक पहचान और शहरी सुंदरता का प्रतीक भी बनेगा।