नई दिल्ली 2 जून – सिक्किम में रविवार शाम 7 बजे एक मिलिट्री कैंप भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया। इसमें 3 जवानों की मौत हो गई, जिनके शव बरामद हुए हैं। चार लोगों को मलबे से जिंदा निकाला गया है। उन्हें मामूली चोटें आई हैं। छह जवान अभी लापता हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है।
सेना ने सोमवार को घटना की जानकारी दी और बताया कि जिन जवानों के शव मिले हैं, उनकी पहचान हवलदार लखबिंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखाड़ा के रूप में हुई है। दूसरी तरफ, सिक्किम के लाचेन और लाचुंग में 30 मई से फंसे एक हजार से ज्यादा टूरिस्टों को भी आज रेस्क्यू किया गया।
सिक्किम सहित पूर्वोत्तर के राज्यों में पिछले 4 दिनों से भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं में अब तक 37 लोगों की जान गई है। इसमें असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मिजोरम में 5 और मेघालय में 6 मौतें शामिल हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों में राहत और बचाव के लिए भारतीय सेना, एयरफोर्स और असम रायफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। असम में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र और बराक समेत 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
मणिपुर में बाढ़ से 19,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। 3,365 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। त्रिपुरा में 10 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मिजोरम की राजधानी आइजोल में भारी बारिश के कारण 2 जून को सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। 30 मई से अब तक राज्य में लैंडस्लाइड की 211 घटनाएं हुई हैं।
इधर, राजस्थान के 30 जिलों और मध्य प्रदेश के 50 जिलों में बारिश का अलर्ट है। बिहार के वैशाली में रविवार शाम तेज आंधी-बारिश के कारण एक घर गिरने से 60 साल की महिला की मौत हो गई। राज्य के 9 जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी है।
सिक्किम में अक्टूबर, 2023 को बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से 18 लोगों की मौत हो गई थी। कम से कम 98 लोग लापता हो गए थे, जिसमें सेना के 22 जवान शामिल थे। इनका कुछ पता नहीं चल पाया था।