नई दिल्ली 2 जून – IATA की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में इंटरनेशनल एविएशन सेक्टर के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (2 जून) कहा कि ये इवेंट चार दशक बाद भारत में हो रहा है। इन चार दशकों में भारत में बहुत कुछ बदल चुका है। आज का भारत पहले से कहीं ज्यादा आत्मविश्वास से भरा हुआ है।
PM मोदी ने कहा कि भारत का एविएशन सेक्टर ग्लोबल एयर ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री में एक प्रमुख खिलाड़ी है। ग्लोबल एविएशन इकोसिस्टम में हम न केवल एक विशाल मार्केट हैं, बल्कि पॉलिसी लीडरशिप, इनोवेशन और इंक्लूसिव डेवलपमेंट के प्रतीक भी हैं।
PM मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है। हमारी उड़ान स्कीम की सक्सेस इंडियन सिविल एविएशन का एक गोल्डन चैप्टर है।
- 2014 तक भारत में 74 ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स थे, आज 162 हो चुके हैं। एयरपोर्ट्स की हैंडलिंग कैपेसिटी हर साल 50 करोड़ यात्रियों तक पहुंच चुकी है।
- भारत आज दुनिया के उन गिने-चुने देशों में है, जो टेक्नोलॉजी के जरिए यूजर्स एक्सपीरियंस के नए स्टैंडर्स सेट कर रहा है।
- दुनिया की बड़ी एविएशन कंपनियों के लिए भारत में निवेश के लिए ये एक बेहतरीन अवसर है।
- दुनिया भारत को एक एविएशन मार्केट नहीं, बल्कि एक वैल्यू चेन लीडर के रूप में देख रही है।
- हमारी दिशा सही है, हमारी गति सही है, इसलिए हमें विश्वास है कि हम तेजी से आगे बढ़ते रहेंगे।
भारत में 40 साल बाद हो रहा IATA
42 सालों के लंबे अंतराल के बाद भारत 2025 में इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) और वर्ल्ड एयर ट्रांसपोर्ट समिट (WATS) की 81वीं एनुअल जनरल मीटिंग की मेजबानी कर रहा है। भारत ने पिछली बार IATA की मेजबानी साल 1983 में की थी।
यह ग्लोबल इवेंट दिल्ली के भारत मंडपम में 1 जून से 3 जून तक चलेगा। इस इवेंट में ग्लोबल एविएशन इंडस्ट्री लीडर्स, सरकारी अधिकारियों और इंटरनेशनल मीडिया रिप्रेजेंटेटिव समेत 1,700 से ज्यादा लोग शामिल हैं।
IATA की एनुअल जनरल मीटिंग के मुख्य मुद्दे
- एविएशन सेक्टर में स्थिरता
- नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्य
- उभरते बाजारों में कनेक्टिविटी
- एयरलाइन सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा
- ग्लोबल पार्टनरशिप और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन क्या है?
- यह एक ग्लोबल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन है, जो इंटरनेशनल एयरलाइन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है।
- इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की स्थापना 1945 में की गई थी।
- वर्तमान में यह 100 से ज्यादा देशों की 300 से अधिक एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसका उद्देश्य ग्लोबल एयर ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित, कुशल, आर्थिक और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।