- रेखा गुप्ता ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को किया सम्मानित दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बनाना है अभिभावकों की ‘फर्स्ट चॉइस’
- दिल्ली में इस वर्ष विश्वस्तरीय 75 नए सीएम श्री स्कूल खोले जाएंगे
नई दिल्ली । 30 मई 2025 । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज राजकीय प्रतिभा बाल विकास विद्यालय , राजपुर रोड में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद सहित छात्र-छात्राएं, उनके अभिभावक, शिक्षकगण और शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 87 छात्रों को टेबलेट देकर सम्मानित किया जिनमे 16 छात्र 10 वी कक्षा और 71 छात्र 12 वी कक्षा के है । इसके अतरिक्त मुख्यंत्री ने दिल्ली के 20 सरकारी स्कूलों के प्रमुखों को कंप्यूटर देकर सम्मानित किया जिनके स्कूलों का 10 वी और 12 वी में 100 प्रतिशत परिणाम आया है। मुख्यमंत्री ने बच्चो को उनके उज्जवल भविष्य कि कामना करते हुए कहा कि आज आपकी मेहनत रंग लाई है।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आप सभी ने कठिन परिश्रम, अनुशासन और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है। आज आप न केवल अपने माता-पिता और स्कूल का, बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। दिल्ली सरकार को अपने सभी छात्रों पर गर्व है। उन्होंने आगे कहा कि यह सफलता केवल अंकों की जीत नहीं है, बल्कि यह छात्रों के कठिन परिश्रम, अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ता और जीवन के प्रति उनके सकारात्मक सोच का उदाहरण है।
उन्होंने छात्रों से यह भी कहा कि अगर आपकी इच्छा है, आपका विजन स्पष्ट है और मेहनत की लगन है, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। मुख्यमंत्री ने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए बताया कि वह स्वयं दिल्ली सरकार के अशोक विहार स्कूल से पढ़ी हैं |
मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री आशीष सूद और एसबीआई को धन्यवाद देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम स्कूलों के परिणाम घोषित होने के तत्काल बाद आयोजित किया गया, ताकि छात्रों और अभिभावकों की खुशी को सम्मान मिल सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नीति-निर्माण को प्राथमिकता दे रही है, जिससे हर सरकारी स्कूल में बच्चों को स्मार्ट क्लासरूम, स्वच्छ शौचालय, डिजिटल लाइब्रेरी और प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि दिल्ली में सरकारी स्कूलों को फर्स्ट चॉइस बनाया जाए। जिस प्रकार उच्च शिक्षा के लिए लोग सरकारी कॉलेज जैसे दिल्ली यूनिवर्सिटी को प्राथमिकता देते हैं, उसी प्रकार स्कूल स्तर पर भी दिल्ली सरकार के संस्थान गर्व और गुणवत्ता के प्रतीक बनें।
मुख्यमंत्री ने सरकार के 100 दिन पूरे होने पर शिक्षा के क्षेत्र में उठाए गए ठोस कदमों को लेकर सभी अधिकारियों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन 100 दिनों में सरकार ने स्कूल प्रशासन, बुनियादी ढांचे, आधुनिक लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल सुविधाओं और बहुभाषी शिक्षा के लिए नीतिगत फैसले लिए हैं, ताकि दिल्ली के बच्चे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि छात्रों को सिर्फ परीक्षा परिणाम के आंकड़ों के लिए नहीं, बल्कि समग्र विकास के लिए तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने पिछली सरकारों की उस नीति की आलोचना की जिसमें कमज़ोर छात्रों को रिजल्ट सुधारने के लिए बीच में से हटा दिया जाता था। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार सभी बच्चों को साथ लेकर चलेगी, उन्हें समान अवसर देगी और जिन बच्चों को अधिक गाइडेंस की ज़रूरत है, उन्हें भी पूरा सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि अगली बार दिल्ली के सरकारी स्कूल 100% परिणाम की दिशा में काम करें और कहा कि दिल्ली पूरे भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बने, यही उनका लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने बच्चों से अपील की कि वे आगे भी कड़ी मेहनत करते रहें, अपने सपनों को साकार करें और समाज तथा देश की सेवा में अपना योगदान दें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगी।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने उपस्थित छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए सभी विद्यार्थियों की माताओं के योगदान को विशेष रूप से सराहा। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में जो भी छात्र सफलता की ऊँचाइयों को छू रहे हैं, उसके पीछे सबसे बड़ा योगदान उनकी माताओं का है। सूद ने बताया कि दिल्ली में पिछले 27 वर्षों में सरकारी और निजी स्कूलों के बीच एक असंतुलन बन गया है |लेकिन अब स्थिति बदल रही है।
दिल्ली सरकार शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार ला रही है। इस वर्ष मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 75 नए सीएम श्री स्कूल खोले जाएंगे, जिनमें अत्याधुनिक सुविधाएं, अनुभव आधारित शिक्षा और भारतीय संस्कृति से जुड़े मूल्यों को शामिल किया जाएगा। इन स्कूलों को राष्ट्रीय स्तर पर एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। सरकार का संकल्प है कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी वैसी ही सुविधाएं मिलें जैसी निजी स्कूलों में मिलती हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का प्रयास है कि हर बच्चे को उसकी प्रतिभा के अनुसार अवसर मिले, और शिक्षा के माध्यम से उसका भविष्य उज्जवल हो।