नई दिल्ली । 30 मई, 2025 । देश के 6 राज्यों में आज मॉक ड्रिल होगी। इनमें राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, गुजरात और चंडीगढ़ शामिल हैं। इसे ‘ऑपरेशन शील्ड’ नाम दिया गया है।
इन राज्यों में पहले गुरुवार को ड्रिल होने वाली थी, लेकिन फिर स्थगित कर दी गई थी।
इससे पहले 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल हुई थी। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी गई। यह इसलिए किया गया ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इससे पहले 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल हुई थी। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी गई। यह इसलिए किया गया, ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
देश में पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी। तब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। यह मॉक ड्रिल युद्ध के दौरान हुई थी।
दरअसल, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है।
मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज क्या है…
- मॉक ड्रिल यानी एक तरह की “प्रैक्टिस” जिसमें हम यह देखते हैं कि अगर कोई इमरजेंसी (जैसे एयर स्ट्राइक या बम हमला) हो जाए, तो आम लोग और प्रशासन कैसे और कितनी जल्दी रिएक्ट करता है।
- ब्लैकआउट एक्सरसाइज का मतलब है कि एक तय समय के लिए पूरे इलाके की लाइटें बंद कर देना। इसका मकसद यह दिखाना होता है कि अगर दुश्मन देश हमला करे, तो इलाके को अंधेरे में कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। इससे दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होती है।
7 मई को देश के 244 शहरों में 12 मिनट ब्लैकआउट किया गया था देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 244 शहरों में 7 मई को 12 मिनट की ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई थी। गृह मंत्रालय ने इन शहरों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर लिस्ट किया था।
ये सामान्य प्रशासनिक जिलों से अलग थे। इसमें लोगों, कर्मचारियों, स्टूडेंट्स को आपात स्थिति में बचाव और लोगों को निकालने के तरीके समझाए गए थे।
देश के कुल 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट को इनके इंपोर्टेंस या सेंसिटिविटी के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटा गया है। कैटेगरी 1 में वे डिस्ट्रिक्ट हैं जो सबसे ज्यादा सेंसिटिव हैं। ऐसे कुल 13 डिस्ट्रिक्ट हैं।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में नरौरा न्यूक्लियर प्लांट होने की वजह से इसे कैटेगरी 1 डिस्ट्रिक्ट में रखा गया है। इसी तरह कैटेगरी 2 में 201 जबकि कैटेगरी 3 में 45 डिस्ट्रिक्ट हैं।