नई दिल्ली: 28 मई 2025 । दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा और पर्यटन मंत्री मिश्रा ने राजधानी के विभिन्न कला क्षेत्रों से जुड़े प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ दिल्ली सचिवालय में आज एक विशेष बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य कलाकारों से संवाद स्थापित कर उनके विचारों को सुनना और उन्हें सरकार की योजनाओं में शामिल करना था।
मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में एक नई सरकार आई है जिसे जनता का अपार समर्थन मिला है। यह सरकार प्रधानमंत्री जी के विजन को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र या समाज अपनी कला, संस्कृति और भाषा के बिना अधूरा है, और राजधानी दिल्ली को इस क्षेत्र में अग्रणी बनाना हमारी प्राथमिकता है।
मिश्रा ने कहा की कलाकार अपना पूरा योगदान देता है अपनी कला और संस्कृति को आगे बढ़ने में, पर सरकार का योगदान प्रशंसनीय नहीं रहा, और पिछले कुछ वर्षों से तो लगभग नगण्य रहा है. पिछले कुछ समय में सरकार कला और संस्कृति पर उतना ध्यान नहीं दे पाई जितना देना चाहिए था.
मंत्री जी ने एक प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से कला और संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि जब नेपोलियन को युद्ध के समय संसाधनों की आवश्यकता हुई, तो उन्होंने कला और संस्कृति के बजट में कटौती करने की बात की, जिस पर उन्हें यह सलाह दी गई कि जिस राज्य से कला और संस्कृति लुप्त हो जाए, उसकी विजय का कोई मूल्य नहीं।
बैठक में फिल्म, संगीत, थिएटर, मंच कला, भजन एवं गायन से जुड़े वरिष्ठ कलाकारों ने भाग लिया, जिनमें कुछ को पद्म भूषण जैसे उच्च सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है। मंत्री ने सभी कलाकारों का गर्मजोशी से स्वागत किया, मुख्य आकर्षण ये था कि कलाकारों का स्वागत करने के लिए मंत्री कपिल मिश्रा खुद उनकी सीट तक गए। कलाकारों के प्रति उनके सम्मान को देखकर पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कलाकारों ने सुझाव दिया कि कला और संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम सभी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित किए जाएं ताकि नए कलाकारों को मंच मिल सके। उन्होंने झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले प्रतिभाशाली कलाकारों को अवसर देने के लिए एक सांस्कृतिक कॉम्प्लेक्स के निर्माण का प्रस्ताव भी रखा। इसके साथ ही, एक समर्पित डिजिटल पोर्टल की मांग की गई जहाँ कलाकारों को पंजीकरण और पहचान मिल सके।
बैठक में कलाकारों ने एक व्यापक और स्थायी सांस्कृतिक संरचना की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे महानगर में कला और संस्कृति के विकास हेतु एक मजबूत ढांचा समय की मांग है।
कपिल मिश्रा ने सभी सुझावों को गंभीरता से सुनते हुए आश्वासन दिया कि सरकार इन मुद्दों पर शीघ्र कार्यवाही करेगी। उन्होंने घोषणा की कि दिल्ली सरकार साल में दो से तीन बड़े सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन करेगी, जिससे नए कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा और प्रतिष्ठित कलाकारों को दिल्ली में प्रदर्शन करने का मंच मिलेगा।
यह बैठक सरकार और कलाकारों के बीच सहयोग की नई शुरुआत मानी जा रही है, जिससे दिल्ली को कला, संस्कृति और रचनात्मकता की राजधानी बनाने के प्रयासों को नई गति मिलेगी।
इसके अलावा कला एवं संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने कलाकारों की मुलाकात दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से भी कराई, रेखा गुप्ता ने भी गर्मजोशी से सभी कलाकारों का अभिवादन किया एवं भविष्य में सरकार द्वारा सभी तरह की मदद देने का आश्वासन भी दिया।