नई दिल्ली ,27 मई :पनामा के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि भारत अकेले शांति से जीना चाहता है, लेकिन पाकिस्तान ऐसा नहीं होने देता। उन्होंने साफ किया कि भारत युद्ध नहीं चाहता था, लेकिन आतंकवादियों को सजा दिए बिना नहीं छोड़ा जा सकता।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक थरूर ने कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ आतंकी हमलों को बढ़ावा दे रहा है। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर इसलिए शुरू किया क्योंकि पाकिस्तान ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी।
आतंकवाद के खिलाफ पनामा का भारत को समर्थन थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पनामा की यात्रा पर पहुंचा है। इसमें भाजपा, कांग्रेस और दूसरे दलों के सांसद भी हैं। इस यात्रा का मकसद दुनिया को भारत की आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और सख्त रवैये का संदेश देना है।
इस मुलाकात के बाद पनामा ने भारत के समर्थन का ऐलान किया है। पनामा की असेंबली की अध्यक्ष डाना कास्टानेडा ने कहा है कि पनामा शांति के इस अभियान में भारत के साथ खड़ा होना चाहता है, और हमें उम्मीद है कि हम आतंकवाद को हरा सकते हैं।
थरूर बोले- अब और आतंकी हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे
थरूर ने कहा कि भारत को 1989 से लगातार आतंकी हमलों का सामना करना पड़ा है और यह स्थिति अब और बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे अपराधियों की पहचान करें और उन पर कार्रवाई करें।
उन्होंने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के भीतर मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। यह केवल नियंत्रण रेखा (LoC) तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा को भी पार किया।
थरूर ने कहा कि इससे पहले भारत ने 2016 में उरी हमले के बाद और 2019 में पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के भीतर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था, लेकिन इस बार हमला और भी ज्यादा भीतर तक किया गया।
थरूर ने आतंकियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अब हर हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी और भारत इस दिशा में किसी तरह की नरमी नहीं दिखाएगा।
कास्टानेडा के साथ बैठक में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हम सभी अलग-अलग राजनीतिक पृष्ठभूमि और भारत के अलग-अलग हिस्सों से आते हैं लेकिन हम राष्ट्रीय उद्देश्य में एकजुट हैं।
गुयाना में भी आतंकियों को दी थी चेतावनी
थरूर की टीम ने पनामा से पहले गुयाना का दौरा किया था, जहां उन्होंने 26 मई को गुयाना के स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया और वहां के प्रधानमंत्री और मंत्रियों के साथ आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
थरूर ने गुयाना से भी पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि भारत का इरादा सिर्फ जवाबी कार्रवाई करना था। भारत, पाकिस्तान के साथ लम्बी लड़ाई नहीं चाहता था, लेकिन अगर पाकिस्तान दोबारा हमला करने की हिमाकत करता है तो फिर हमारा जवाब पहले से भी ज्यादा आक्रामक होगा।