- विकसित कृषि संकल्प अभियान’ से बढ़ेगा खरीफ फसलों का उत्पादन, किसानों को मिलेगा उचित मूल्य: कपिल मिश्रा
- दिल्ली में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत होंगे 36 कार्यक्रम, 87 गांवों को किया जाएगा शामिल
- राष्ट्रव्यापी ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ चलाया जाएगा 29 मई से 12 जून तक
नई दिल्ली,। 19 मई 25 । कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर, आधुनिक और समृद्ध बनाने की दिशा में केंद्र सरकार लगातार निर्णायक कदम उठा रही है। इसी क्रम में आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में देशभर के राज्यों के कृषि मंत्रियों तथा दिल्ली सरकार के विकास मंत्री कपिल मिश्रा के साथ एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी “विकसित कृषि संकल्प अभियान” की तैयारियों की समीक्षा और समन्वय सुनिश्चित करना था।
यह राष्ट्रव्यापी अभियान 29 मई से 12 जून, 2025 तक चलाया जाएगा, जिसका उद्देश्य किसानों तक आधुनिक तकनीकों, वैज्ञानिक जानकारी, और केंद्र व राज्य सरकार की कृषि कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाना है। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “लैब टू लैंड” और “विकसित भारत 2047” के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है।
दिल्ली में इस अभियान के तहत 87 गांवों को कवर किया जायेगा साथ ही 36 कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे. दिल्ली सरकार में विकास मंत्री कपिल मिश्रा ने भी इस अभियान को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा, “दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि खरीफ फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाई जा सके तथा किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। इन आयोजनों के माध्यम से राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा, जिसमें मिट्टी की उर्वरता और स्वास्थ्य को सुधारने पर विशेष जोर रहेगा.”
मंत्री कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार के अधिकारियों को तमाम दिशा निर्देश जारी किए जिसमें किसान आउटरीच में सुधार करना और खरीफ फसल प्रबंधन और उत्पादकता वृद्धि के बारे में जागरूकता को मजबूत करना है।
यह राष्ट्रव्यापी अभियान देश के 723 जिलों के 65,000 से अधिक गाँवों में संचालित होगा। इसके अंतर्गत 1.30 करोड़ से अधिक किसानों से सीधा संवाद किया जाएगा। ICAR के वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, राज्यों के कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, नवाचार से जुड़े संस्थान सभी एकजुट होकर, एक टीम के रूप में विकसित कृषि और समृद्ध किसान के लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे। ICAR के वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, राज्यों के कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, नवाचार से जुड़े संस्थान सभी एकजुट होकर, एक टीम के रूप में विकसित कृषि और समृद्ध किसान के लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे।
मीटिंग में “एक देश, एक कृषि, एक टीम” की भावना को दोहराते हुए श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “यह कार्यक्रम कोई कर्मकांड नहीं, बल्कि किसानों के जीवन में समृद्धि लाने का महायज्ञ है। यह अभियान ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ की भावना को आत्मसात कर कृषि क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तक़दीर बदलने का कार्य करेगा। यह अभियान कृषि क्षेत्र में चमत्कार कर किसानों की तकदीर और कृषि की तस्वीर बदलेगा। मेरा सभी से आग्रह है कि इस क्रांतिकारी अभियान से जुड़ें और विकसित भारत के लिए विकसित कृषि बनाएं।”
बैठक में सभी राज्यों के कृषि मंत्रियों और अधिकारियों ने अभियान के स्वरूप पर अपने-अपने सुझाव भी दिए, जिन्हें शामिल करने का आश्वासन केंद्रीय मंत्री ने दिया। इस अभियान को अधिक जनोन्मुखी, प्रभावशाली और समावेशी बनाने के लिए साझा प्रयासों पर बल दिया गया।