- विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में पावर डिस्ट्रीब्यूशन एवं नए मीटर कनेक्शन से संबंधित मुद्दों पर बीएसईएस के सीईओ के साथ की बैठक
नई दिल्ली, 19 मई 25 । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ‘विकसित दिल्ली’ के निर्माण के अपने संकल्प को पूरा करने के लिए लगातार काम कर रही है। इसी के तहत परिवहन, स्वास्थ्य एवं आईटी मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बीएसईएस के सीईओ के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में पावर डिस्ट्रीब्यूशन, नए कनेक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
बैठक में मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि “नए पावर कनेक्शन के आवेदन को जल्द से जल्द निपटाए जाएं और विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों को प्राथमिकता के आधार पर नए बिजली मीटर उपल्ब्ध कराए जाएं।
मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में बंद और ख़राब स्ट्रीट लाइट्स को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि सुरक्षित और निर्बाध पावर सप्लाई सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने निर्देश दिए कि हाई-वोल्टेज तारों के पास मौजूद पेड़ों की नियमित छंटाई की जाए ताकि पावर कट होने का खतरा कम हो और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने BSES अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में नियमित निरीक्षण करें और जहां कहीं भी लटके हुए बिजली के तार दिखें, उन्हें तुरंत ठीक किया जाए। इससे न सिर्फ बिजली की सप्लाई सुचारू बनी रहेगी, बल्कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
इस दौरान मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने उपभोक्ताओं की बिजली बिल और मीटरिंग से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए BSES को निर्देश दिया कि वह विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में नियमित रूप से विशेष कैम्प्स का आयोजन करे। उन्होंने कहा, “इन कैम्प्स की जानकारी लोगों जरुर पहुंचाई जाए, ताकि उन्हें बार-बार दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें और उनकी समस्याएं मौके पर ही हल हो जाएं। साथ ही, उन्होंने BSES को अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने और शिकायत निवारण प्रणाली को बेहतर बनाने के भी निर्देश दिए, ताकि उपभोक्ताओं को समय पर और प्रभावी समाधान मिल सके।
मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा, BSES के कर्मचारियों की नियमित रूप से क्षेत्र में मौजूदगी बेहद ज़रूरी है। जब तक वे जनता के सीधे संपर्क में नहीं रहेंगे, तब तक मूल समस्याओं को समझना और समय पर समाधान देना संभव नहीं है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जनता से निरंतर संवाद और तुरंत समाधान की नीति से ही एक मजबूत और बेहतर बिजली की व्यवस्था बनेगी।