- ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आत्मरक्षा, न्याय और राष्ट्र सम्मान की पुनर्स्थापना का ऐतिहासिक संकल्प है — बांसुरी स्वराज-।
- भारतीय सेना ने पाकिस्तान को एक संदेश देने का काम किया है कि भारत अब आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठने वाला है- योगेन्द्र चंदोलिया -।
- इन तिरंगा यात्राओं माध्यम से देशवासी आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष को और तेज़ करने का संकल्प ले रहे हैं — सतीश उपाध्याय योगेन्द्र चंदोलिया, कमलजीत सहरावत, बांसुरी स्वराज, सतीश उपाध्याय एवं ऑलंपियन बॉक्सर विजेन्द्र सिंह ने तिरंगा यात्रा में हुए शामिल
नई दिल्ली, 18 मई 25। दिल्ली भाजपा द्वारा आज लगातार तीसरे दिन जिला स्तर बाहरी एवं उत्तर पश्चिम जिलों में तिरंगा यात्रा निकाली गई जिनमें उत्तर पश्चिम जिले के सांसद भाजपा महामंत्री योगेन्द्र चंदोलिया, मटियाला एवं द्वारका विधानसभा में सांसद कमलजीत सहरावत और नई दिल्ली एवं करोल बाग विधानसभा में प्रदेश मंत्री एवं नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज शामिल हुए।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विधायक सतीश उपाध्याय एवं शिखा रॉय और ऑलंपियन बॉक्सर विजेन्द्र सिंह ने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ निकाली गई तिरंगा यात्राओं का नेतृत्व किया।
सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि देश बदल रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत हर तरह से सक्षम है। पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने के लिए भारत ने जिस प्रकार की कार्रवाई की, उसने साबित कर दिया कि अब भारत किसी भी प्रकार के दवाब में नहीं रहने वाला। उन्होंने कहा कि हमारे वीर जवानों ने सीमा पर जिस प्रकार की बहादुरी दिखाई है वह पूरे पाकिस्तान में एक संदेश देने का काम किया है कि भारत अब आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठने वाला है।
कमलजीत सहरावत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस बात का ऐलान कर दिया है कि अब बात नहीं अब पाकिस्तान की ओर से किसी भी प्रकार की गोलीबारी आतंकी गतिविधि की श्रेणी में आयेगी और भारत उसका मुँह तोड़ जवाब देगा।
सहरावत ने कहा कि यह नया भारत शांति चाहता है, पर आतंक के समूल विनाश के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तत्पर है। इस मौके पर विधायक संदीप सहरावत एवं विधायक प्रद्युमन राजपूत और जिला अध्यक्ष रमेश शोखंदा सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
प्रदेश मंत्री एवं सांसद बांसुरी स्वराज ने आज नई दिल्ली विधानसभा में एवं करोल बाग विधानसभा में निकाले गए तिरंगा यात्रा का नेतृत्व को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ भारतीय सेना की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक जवाबी कार्रवाई नहीं थी बल्कि पाकिस्तान को न्यू इंडिया के ताकत का एहसास भी हो गया।
स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब लहू और पानी एक साथ नहीं बह सकते। यह नए भारत की उद्घोषणा है—जहाँ उत्तर केवल शब्दों में नहीं, संकल्प और साहस के साथ दिया जाता है। ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आत्मरक्षा, न्याय और राष्ट्र सम्मान की पुनर्स्थापना का ऐतिहासिक संकल्प है। यह उस चेतना का उद्गोष है जहाँ हर भारतवासी का लहू अब आत्मसम्मान के लिए प्रवाहित होता है।
मालवीय नगर में सिंदूर यात्रा से जुड़े लोगों को सम्बोधित करते हुए श्री सतीश उपाध्याय ने कहा की यह यात्राएं दिल्ली एवं देश के सभी नागरिकों को पहलगाम की पीड़ित बहनों के दुख में शामिल होने का मौका दे रही हैं तो वहीं इन तिरंगा यात्राओं माध्यम से देशवासी आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष को और तेज़ करने का संकल्प ले रहे हैं।
इसके अलावा ग्रेटर कैलाश से विधायक शिखा रॉय ने सिंदूर यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा न केवल पीड़ित बहनों के प्रति हमारी एकजुटता का प्रतीक है, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर में अद्भुत पराक्रम और अटूट साहस का प्रदर्शन करने वाले हमारे वीर जवानों के प्रति हमारी गहरी कृतज्ञता भी व्यक्त करने का माध्यम है।