नई दिल्ली,13 मई । पाकिस्तान के साथ सीजफायर के 51 घंटे बाद PM मोदी ने सोमवार रात 8 बजे देश को संबोधित किया। अपने 22 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर, आतंकवाद, सिंधु जल समझौते और PoK पर बात की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन आतंकियों ने हमारी मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें मिटा दिया। हमारे ऑपरेशन में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादी मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की गुहार पर भारत ने संघर्ष रोकने की सहमति दी है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मिलिट्री एक्शन को केवल स्थगित किया है। पाकिस्तान का रवैया देखकर आगे का एक्शन तय करेंगे। हम पाकिस्तान से आतंकवाद और PoK पर ही बात करेंगे।
आतंकवादियों की बर्बरता ने दुनिया को झकझोर दिया
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष मासूमों को उनके परिवार के सामने, बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा है। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग हर, राजनीतिक दल एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ।
आतंकी जान चुके हैं, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम
हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। आज हर आतंकी और आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं, देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात और 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है।
भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकवादियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोंस ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, हौसला भी थर्रा गया।
ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में तीन लकीरें खींच दी हैं-
- पहला: आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। अपने तरीके से अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्रवाई करेंगे, जहां से आतंकी जड़ें निकलती हैं।
- दूसरा: कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। उसकी आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा।
- तीसरा: हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। ऑपेरशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने पाकिस्तान का घिनौना सच देखा है जब मारे गए आतंकियों को विदाई देना पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। स्टेट स्पॉन्सर आतंकवाद का ये बड़ा सबूत है। हम भारत और नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए लगातार निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।
युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है। हमने न्यू एज वारफेयर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। इस ऑपरेशन के दौरान हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की प्रामाणिकता सिद्ध हुई। दुनिया देख रही है कि 21वीं सदी के वारफेयर में मेड इन इंडिया डिफेंस इक्विपमेंट का समय आ चुका है।
दुनियाभर में हुए आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़े
बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने एक प्रकार से ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटीज रही हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए है; चाहे 9/11हो, चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग हो या फिर भारत में बड़े आतंकी हमले हों, उन सबके तार इन्हीं आतंक के ठिकानों से जुड़ते रहे हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्टर्स उजाड़ दिए। इन हमलों में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। आतंक के बहुत सारे आका बीते ढाई तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे। जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे। उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। साथियों, भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था। हताशा में घिर गया था। बौखला गया था। इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया, आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने की बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया।
पाकिस्तान ने हमारे गुरुद्वारों, घरों, मंदिरों और स्कूलों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कैसे पाकिस्तान के ड्रोन, मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। भारत के ड्रोंस, मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर बहुत घमंड था। पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था।
हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना, हमारी एकता सबसे बड़ी शक्ति है। निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युद्ध आतंकवाद का भी नहीं है। टेररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस एक बेहतर दुनिया की गारंटी है। पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार जिस तरह आतंकवाद को खाद पानी दे रहे हैं, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा।
पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इन्फ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा, इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है।
पाकिस्तान ने पिटने के बाद दुनियाभर में सीजफायर की गुहार लगाई
भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था और बुरी तरह पिटने के बाद किसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO से संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था, आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था।
जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा, तब भारत ने उस पर विचार किया। मैं फिर दोहरा रहा हूं, हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों को जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है, आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो आगे क्या रवैया अपनाता है।
सिंधु जल समझौता और PoK, खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा
भारत का मत एकदम स्पष्ट है- टेरर और टॉक एकसाथ नहीं हो सकते हैं, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता। विश्व समुदाय से भी कहूंगा हमारी घोषित नीति रही है कि अगर पाकिस्तान से बात होगी तो टेररिज्म पर ही होगी, अगर बात होगी तो PoK पर ही होगी।