- वर्षों की देरी के लिए पिछली आप सरकार ज़िम्मेदार
नई दिल्ली, 12 मई, 2025 । दिल्ली सरकार ने बरसों से अटकी पड़ी बरापुला फेज़-3 फ्लाईओवर परियोजना को इस साल दिसंबर तक पूरा करने का संकल्प लिया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने सोमवार को परियोजना स्थल का निरीक्षण किया और कहा कि निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और शेष कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
यह सरकार बनने के बाद महज़ दो महीनों में मंत्री का इस परियोजना स्थल पर दूसरा दौरा है, जो इस बात का प्रमाण है कि मौजूदा सरकार इस महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है। इससे पहले भी मंत्री ने परियोजना के कार्य की समीक्षा की थी और तब से अब तक कई कदम उठाए गए हैं, जिनसे कार्य की गति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
PWD मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि दिसंबर 2025 तक इस फ्लाईओवर को चालू किया जाए। यह दिल्ली के लिए एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है, जो पिछले कई वर्षों से अनदेखी और लापरवाही का शिकार रही है। हमने कार्यभार संभालते ही इसे प्राथमिकता दी और कई स्तरों पर प्रगति सुनिश्चित की।”
बरापुला फेज़-3 परियोजना पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज़-1 को दक्षिणी दिल्ली स्थित एम्स से जोड़ने के लिए विकसित की जा रही है। यह फ्लाईओवर सराय काले खां के पास मौजूदा बरापुला कॉरिडोर से जुड़ेगा, जिससे पूर्व-पश्चिम दिल्ली के बीच सफर तेज़ और सुगम होगा। इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली में यातायात की भीड़-भाड़ को कम करना और आवागमन को बेहतर बनाना है, जिससे लाखों नागरिकों को हर दिन लाभ मिलेगा।
PWD अधिकारियों के अनुसार, परियोजना का लगभग 89% कार्य पूरा हो चुका है। हालांकि, शेष कार्य पेड़ों के स्थानांतरण के लिए वन विभाग की स्वीकृति के अभाव में रुका हुआ है। करीब 250 पेड़ों को हटाने और स्थानांतरित करने की आवश्यकता है, जिसके लिए स्वीकृति प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने स्पष्ट किया कि परियोजना में देरी का मुख्य कारण पिछली सरकार की उदासीनता रही है। “पूर्ववर्ती सरकार ने समय पर ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया और न ही पेड़ों की कटाई और स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की। नतीजतन, यह महत्वपूर्ण परियोजना वर्षों तक अटकी रही और लागत भी कई गुना बढ़ी। इस मुद्दे पर हमारे द्वारा की गई कार्यवाही से हम जल्द ही शेष कार्य को पूरा करेंगे,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान सरकार, खासकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में, अब पेड़ों के स्थानांतरण के लिए आवश्यक स्वीकृति प्राप्त करने के लिए वन विभाग से सक्रिय रूप से समन्वय कर रही है। “हम उम्मीद करते हैं कि वन विभाग से आवश्यक स्वीकृतियां शीघ्र ही मिल जाएंगी, जिसके बाद परियोजना के अंतिम चरण का कार्य जल्द शुरू होगा,” मंत्री ने कहा।
यह परियोजना 2014 में स्वीकृत हुई थी और 2015 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इसे 2017 में पूरा किया जाना था, लेकिन पिछली सरकार की लापरवाही, विभागीय समन्वय की कमी और प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण यह लगातार टलती रही। परियोजना के लिए समय-समय पर स्वीकृतियों में देरी और अन्य तकनीकी अड़चनें रुकावट का कारण बनीं।
PWD अधिकारियों ने बताया कि अब नियमित निरीक्षण हो रहा है और तकनीकी अड़चनें दूर कर दी गई हैं। सभी विभागों के साथ समन्वय बेहतर हुआ है, जिससे काम की गति बढ़ी है। वर्तमान सरकार ने इस परियोजना के लिए आवश्यक प्रशासनिक समर्थन और सुविधाएं प्रदान की हैं, ताकि काम समय पर पूरा हो सके।
PWD मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने सरकार की नीयत पर भरोसा जताते हुए कहा, “हमारे लिए यह सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि दिल्ली की विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारी प्राथमिकता यह है कि कोई भी परियोजना अब लालफीताशाही या लापरवाही का शिकार न हो और सभी लंबित बुनियादी ढांचा परियोजनाएं समय पर पूरी हों।”
बरापुला फेज़-3 फ्लाईओवर के शुरू होने के बाद लाखों यात्रियों को पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली के बीच बेहतर और तेज़ यातायात सुविधा मिलेगी, जिससे राजधानी में एक स्वच्छ, तेज़ और कुशल परिवहन प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।