- भारी बारिश और आंधी के मद्देनज़र ग्राउंड पर पहुँचकर नागरिक सेवाओं की निगरानी की
- कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का भी किया दौरा, शिकायत निवारण व्यवस्था की समीक्षा की
नई दिल्ली । 2 मई 2025 । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के त्वरित और उत्तरदायी शासन के विज़न के अनुरूप, नई दिल्ली में देर रात से लेकर सुबह तक हुई तेज़ बारिश और आंधी के चलते उपाध्यक्ष, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) कुलजीत सिंह चहल ने आज NDMC की नागरिक सेवाओं की स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया। उन्होंने पेड़ गिरने, जलभराव, विद्युत आपूर्ति जैसी समस्याओं के निराकरण की स्थिति का मौके पर जायज़ा लिया और यह सुनिश्चित किया कि NDMC की टीमें तत्परता एवं समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं।
चहल ने NDMC के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने फील्ड ऑपरेशनों की लाइव मॉनिटरिंग की और नागरिकों से प्राप्त शिकायतों की प्रवृत्तियों का विश्लेषण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शिकायतों का समाधान समयबद्ध और प्रभावी रूप से सुनिश्चित किया जाए ताकि नागरिकों को न्यूनतम असुविधा हो।
चहल ने बताया कि आज कुल 61 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें 25 पेड़ गिरने, 12 जलभराव तथा 24 बिजली आपूर्ति से संबंधित थीं। पेड़ गिरने की घटनाएँ मुख्यतः नॉर्थ एवेन्यू, एस.बी. मार्ग, जोर बाग, आर.के.पुरम, तीन मूर्ति, रेल म्यूज़ियम, लोधी कॉलोनी, अकबर रोड, इंडिया गेट एवं कनॉट प्लेस क्षेत्रों में दर्ज की गईं, जबकि जलभराव की शिकायतें शांतिपथ, अकबर रोड, तीन मूर्ति, जोर बाग, कालीबाड़ी, मंदिर मार्ग, पंडारा रोड एवं बीकेएस मार्ग आदि क्षेत्रों से प्राप्त हुईं। चहल ने यह भी बताया कि अधिकतर शिकायतों का समाधान कर दिया गया है और जो शिकायतें NDMC क्षेत्र से बाहर की थीं, उन्हें संबंधित एजेंसियों को अग्रेषित कर दिया गया है।
कुलजीत चहल ने ICCC की कार्यप्रणाली की भी सराहना की और बताया कि यह केंद्र NDMC की डिजिटल नर्व-सेंटर के रूप में कार्य करता है। यह सेंटर रीयल-टाइम डेटा, अलर्ट, समन्वय, निर्णय-निर्धारण एवं योजना निर्माण के लिए महत्वपूर्ण आधार प्रदान करता है। उन्होंने ICCC द्वारा संचालित प्रमुख कार्यों का ब्यौरा दिया कि वह किस प्रकार आपातकालीन स्थिति में कार्य करता है :-
* NDMC मोबाइल ऐप: नागरिकों की शिकायतों के त्वरित पंजीकरण एवं निवारण हेतु एक प्रभावी मंच।
* CCTV निगरानी: 500+ कैमरों के माध्यम से प्रमुख क्षेत्रों की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग।
* पंप संचालन: जलभराव की स्थिति में ICCC से रीयल-टाइम में पंपों को ऑन/ऑफ करने की सुविधा।
* बेल माउथ की निगरानी: जल निकासी बिंदुओं की सफाई एवं अवरोधों की पहचान हेतु कैमरा आधारित निगरानी।
* स्मार्ट LED लाइटिंग : स्मार्ट स्ट्रीट लाइटों का संचालन व फॉल्ट मॉनिटरिंग।
* GPS वाहन ट्रैकिंग : 103 से अधिक NDMC स्वास्थ्य और नागर विभाग के वाहनों की गतिविधि पर निगरानी।
* पर्यावरण निगरानी: 20 स्मार्ट सेंसरों से AQI, PM2.5, PM10 आदि का आकलन।
* स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट: कूड़ेदानों की भराव स्थिति की लाइव निगरानी।
* स्मार्ट मीटरिंग (AMI): बिजली खपत की रीयल-टाइम ट्रैकिंग एवं फॉल्ट अलर्ट।
* VMS डिस्प्ले बोर्ड : नागरिकों को आवश्यक चेतावनियाँ व मार्गदर्शन प्रदान करने वाला तंत्र।
* स्मार्ट पार्किंग: 97 पार्किंग स्थलों की स्थिति की लाइव जानकारी।
* सफाई स्टाफ की ट्रैकिंग : कर्मचारियों की उपस्थिति व तैनाती की निगरानी।
* पुलिस समन्वय : आपात स्थितियों में त्वरित सूचना व समन्वय।
* ट्रैफिक नियंत्रण : कैमरों के माध्यम से मार्गों पर ट्रैफिक जाम की पूर्व सूचना व नियंत्रण।
* 55 स्मार्ट पोल्स : जिनमें प्रकाश, CCTV, वाई-फाई और पर्यावरणीय सेंसर एकीकृत हैं।
चहल ने स्थिति के दौरान त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने के लिए परिषद के अध्यक्ष, सचिव एवं नागर तथा स्वास्थ्य विभागों के संबंधित विभागाध्यक्षों की सराहना की।
उन्होंने NDMC की समर्पित टीमों की तेज़, समन्वित एवं संवेदनशील प्रतिक्रिया की प्रशंसा करते हुए यह भी दोहराया कि परिषद हर परिस्थिति में नागरिकों को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है — यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्रिय, नागरिक-केन्द्रित और उत्तरदायी शहरी शासन के विज़न के अनुरूप है।